पापा : पढ़ाई करो ? बेटा : उससे क्या होगा ? पापा : अचे मार्क्स ायेनेगे ? बेटा : उससे क्या होगा ? पापा : अच्छी सैलरी मिलजी . बेटा : उससे क्या होगा ? पापा : बड़ा घर होगा . बेटा : फिर ? पापा : फिर आराम करते रहना . बेटा : तो मई अभी क्या कर रहा हु ?
टीचर : Microsoft के कुछ products के नाम बताओ बनती : MS Paint लकी : MS Word बिट्टू : MS PowerPoint पप्पू (बोहोत सोचने के बाद ) : MS Dhoni
टीचर : तुम्हारा जन्मदिन कब है ? पप्पू : 13th October टीचर : कौनसे साल से ? पप्पू : हर साल
मम्मी : क्यों रो रहे हो ? पप्पू : पापा ने किसी नहीं दी मम्मी : तुम्हे टेबल्स नहीं आते न पप्पू : पड़ोस वाली आंटी को कौनसे आते है
टीचर : गाँधी जी कौन थे पप्पू : जो मुन्ना भाई गर्ल फ्रेंड पटाने में मदत की
तरस गये आपके दीदार को, दिल फिर भी आपका इंतज़ार करता है, हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है, जो हर रोज़ आपका दीदार करता है।
आँखों मे आ जाते है आँसू, फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है, ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो, जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है।
रोज साहिल से समंदर का नजारा न करो, अपनी सूरत को शबो-रोज निहारा न करो, आओ देखो मेरी नजरों में उतर कर खुद को, आइना हूँ मैं तेरा मुझसे किनारा न करो।
तुझको देखेंगे सितारे तो स्याह माँगेंगे, और प्यासे तेरी ज़ुल्फों से घटा माँगेंगे, अपने कंधे से दुपट्टे को ना सरकने देना, वर्ना बूढ़े भी जवानी की दुआ माँगेंगे।
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा, ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा, लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें, पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।